दिलीप छलाणी  

छोगमलजी छलाणी के प्रपौत्र एवं हजारीमलजी छलाणी के तृतीय पुत्र आसकरणजी छलाणी के सबसे छोटे पुत्र हैं। आप जब 11-12 वर्ष के थे तभी मां का साया उठ गया। पिता, भाई - भाभियों के प्यार से आगे बढ़ते रहे। सारी शिक्षा बीकानेर की ही स्कूल M.COM. L.L.B कोलेजो में हुई। आपने तक की पढ़ाई की। जब 22 साल के हुवे तब शादी सुषमा कांकरिया से दिनांक 6-12-1982 को बीकानेर में हुई। पढ़ाई के बाद व्यापार में लग गये। आप लायन्स क्लब से जुड़े हुवे हैं। अतः उसके अनुसार कई सामाजिक कार्यो में सहयोग देते आये हैं। आपके दिविक व धैर्य दो पुत्र हैं। तीर्थयात्राओं में पुष्कर, मांडोली, नाकोड़ा, बाहुबली, तिरूपति, वैष्णेदेवी, कोलायत, हस्तिनापुर, पालीतणा, राजगिरी एवं पावापुरी आदि मुख्य हैं।

सुषमा छलाणी  

Hभीनासर निवासी श्री पूरणचंदजी कांकरिया की पुत्री हैं। आपका जन्म 7-8-1962 को हुआ। आपके पीहर वालो का कार्य रायपुर में भी हैं। अतः बचपन रायपुर व भीनासर में बीता। आपकी शिक्षा B.COM. II तक हुई। पति के साथ सारी तीर्थ यात्राएं की। तपस्या में दो बेले, दो तेले व एक अठाई की हुई हैं।