अन्नु बाई | |
आप छोगमलजी की पोती एवं मंगलचन्दजी की सुपुत्री थी। आप दक्ष गृहिणी थी। आपका विवाह गंगाशहर के दीपचन्दजी मरोटी के साथ हुआ।। आपके सोहनलालजी, गवरा बाई, हुलासी बाई, सुरजमल एवं तुलसी बाई पांच सन्तान हैं। |
दीपचन्द मरोटी | |
आप बहुत सरल स्वभावमना थे। बहुत ही मिलनसार थे । आप अपना व्यवस्साय चलाया करते थे। कपड़े की दुकान आसाम में दुलमछाड़ा टाऊन में चलाया करते थे। |
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गवरा बाई
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सोहन लाल
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हुलासी बाई
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सूरज मल
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तुलसी बाई
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